रेस्तरां मेन्यू पर दिखा Salt warning labels लोगों को सतर्क करने का नया तरीका होगा बीमारियों से बचाव

Salt warning labels से आपको चेतावनी मिलेगी कि किस प्रोडक्ट में कितना एक्स्ट्रा नमक शामिल है हाल ही में किए गए रिसर्च में लोगों ने इसकी तरफ बहुत ही ज्यादा ध्यान दिया है जिससे हेल्थ में अच्छा सुधार हो सकता है।

Aug 23, 2025 - 16:25
रेस्तरां मेन्यू पर दिखा Salt warning labels लोगों को सतर्क करने का नया तरीका होगा बीमारियों से बचाव
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रेस्तरां मेन्यू पर दिखा Salt warning labels लोगों को सतर्क करने का नया तरीका होगा बीमारियों से बचाव

यूके में हुए अभी हाल ही के रिसर्च में रेस्टोरेंट में साल्ट वार्निंग लेवल्स लगाए गए जिस पर चौंकाने वाला रिजल्ट सामने निकल कर आया है इसका ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से रिसर्च किया गया है आखिर साल्ट वार्निंग लेबल्स क्या है Salt warning labels से जुड़ी सभी जानकारी आपको डिटेल्स में आर्टिकल में बताई जाएगी। 

नमक का बढ़ता खतरा

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में ज्यादातर लोग बाहर का खाना पसंद करते हैं। इसमें समस्या यह है कि रेस्तरां और पैक्ड फूड में नमक की मात्रा अक्सर जरूरत से ज्यादा होती है। इस तरह के खाने में अधिक नमक हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट डिजीज और किडनी की बीमारियों का कारण बनता है।

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नमक चेतावनी लेबल 

नमक चेतावनी लेबल ऐसे संकेतक होते हैं जो किसी डिश या पैक्ड फूड पर यह बताते हैं कि उसमें मांगी गई मात्रा से ज्यादा नमक मौजूद है। यह लेबल मेन्यू कार्ड या पैकेजिंग पर साफ़-साफ़ लिखे जाते हैं ताकि ग्राहक तुरंत पहचान सकें।

UK में हुई ताजा रिसर्च 

यूके में किए गए एक अध्ययन के अनुसार जब रेस्तरां मेन्यू पर नमक चेतावनी लेबल लगाए गए तो ग्राहकों ने अपेक्षाकृत कम नमक वाले ऑप्शन को चूज किया। लिवरपूल के एक ट्रायल में यह पाया गया कि लेबल वाले मेन्यू से प्रति व्यक्ति खाने में लगभग 0.5 ग्राम कम नमक ऑर्डर किया गया।

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• ऑनलाइन ट्रायल (2,391 प्रतिभागी UK) मैं किए गए रिसर्च में लेबल वाले मेन्यू से प्रति भोजन औसतन 0.26 ग्राम कम नमक ऑर्डर हुआ।

ग्राहकों की पसंद पर असर

अभी हाल ही में हुए रिसर्च से यह भी सामने आया कि चाहे ग्राहक ऑनलाइन खाना ऑर्डर कर रहे हों या रेस्तरां में बैठकर खा रहे हों दोनों ही स्थितियों में चेतावनी लेबल ने उनके निर्णय पर असर डाला। लोग हेल्दी विकल्पों का ज्यादा चयन करते हैं। 

अन्य देशों से सीख

चिली और मेक्सिको जैसे देशों ने पहले से ही फूड पैकेजिंग पर चेतावनी लेबल लागू किए हैं। वहां चीनी और नमक की खपत में अच्छी खासी कमी देखी गई है। इससे यह साबित होता है कि ऐसा कदम दुनियाभर में काम कर सकता है।

क्यों जरूरी हैं ये लेबल

नमक चेतावनी लेबल लोगों को जागरूक और सावधान बनाते हैं। कई बार ग्राहक यह मान लेते हैं कि रेस्तरां का खाना सुरक्षित है लेकिन लेबल देखकर वे सोच-समझकर चुनाव करते हैं। इससे धीरे-धीरे खाने की आदतें भी बदल सकती हैं। इससे लोग भी अपने स्वास्थ्य के लिए रिस्पांसिबल बनेंगे।

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बनाए लेबल को अट्रैक्टिव 

किसी भी रेस्टोरेंट में खाने पर सिर्फ लेबल लगाना ही काफी नहीं है। लेबल को इतना स्पष्ट और आकर्षक बनाना होगा कि ग्राहक उसे नजरअंदाज न कर सकें। इसके साथ ही सरकार और रेस्तरां को मिलकर हेल्दी फूड उपलब्ध कराने होंगे। इससे होने वाली काफी सारी प्रॉब्लम्स को दूर किया जा सकता है। 

भारत में भी पड़ सकेगा असर

भारत में हाई BP और हार्ट डिजीज के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में अगर रेस्तरां और पैक्ड फूड पर indian Govt नमक चेतावनी लेबल लगाए जाएँ तो यह जनता के स्वास्थ्य के लिए बड़ा कदम साबित होगा। यह न केवल लोगों की पसंद को बदलेगा बल्कि फूड इंडस्ट्री को भी हेल्दी फूड लाने के लिए प्रेरित करेगा।

Vandana Rajput My name is Vandana Raghav. I live in Jodhpur. I have done B.Sc. , B.ed and M.Sc. I like to give information related to tech , education , finance , Gaming and many fields . I have more than 5 years experience in this field.